Dhadkan hamari tumse jo kahe sanso ko bhi uski khabar na lage////// bhaut khubsurat h yeh dosti ka rista hamara dua h isa kisi ki najar na lage////// Zindagi lehar thi ap sahil hue na jaane kaise hum aapki dosti ke qabil hue////// na bhulenge hum us haseen pal ko jab ap hamari choti si zindagi mei shamil hue
फटी चादर के सुराखों से
झांकते हुए।।।
देखे हैं मैंने कुछ बच्चे
सर्दी से कांपते हुए।।।
एक बुढा रात भर
लड़ता रहा,
बूढी हड्डियों के
साथ रात से
अकड़ता रहा।।
आओ दर्द बाँट लें
कुछ पुराने गर्म कपड़ों
के साथ
बहुत दूर नहीं वहीं
फूटपाथ पर घर के
पास।।
कोई अनजान सा
सर्दी से परेशान
सा मिल जाएगा
तुमको ।।।।
झांकते हुए।।।
देखे हैं मैंने कुछ बच्चे
सर्दी से कांपते हुए।।।
एक बुढा रात भर
लड़ता रहा,
बूढी हड्डियों के
साथ रात से
अकड़ता रहा।।
आओ दर्द बाँट लें
कुछ पुराने गर्म कपड़ों
के साथ
बहुत दूर नहीं वहीं
फूटपाथ पर घर के
पास।।
कोई अनजान सा
सर्दी से परेशान
सा मिल जाएगा
तुमको ।।।।












































